प्रथमा- एक शोध

कोई लॉजिक नहीं इसकी किसी बात में. कोई मकसद नहीं इसकी किसी हरकत में. यह बचकानी है और बहुत ही नेचुरल है. इसको समझ नहीं है कि दूसरों के सामने इतने वल्नरेबल नहीं रहते. अपनी मासूमियत से निकलकर, समझदारी से, दूसरों के सामने आते हैं. यह तय करने के बाद प्रथमा की ‘हर एक’ बात, ‘हर एक’ अंदाज़ लड़कों के सारे लॉजिकल फिल्टर्स को धता बताकर सीधे उनके दिल तक पहुँच जाती थी. प्रथमा, वो लड़की, जो सीधे दिल में आती है, समझ में नहीं.